Author: Dr. Hashmi

जब गर्भधारण गर्भाशय के बाहर होता है, विशेषकर फैलोपियन ट्यूब में, तो उसे एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहा जाता है। यह स्थिति माँ के लिए अत्यंत खतरनाक हो सकती है और समय पर पहचान व इलाज न होने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है। एक्टोपिक प्रेगनेंसी क्या है? सामान्य गर्भावस्था में निषेचित अंडाणु फैलोपियन ट्यूब से गर्भाशय तक पहुंचता है और वहीं विकसित होता है। लेकिन एक्टोपिक प्रेगनेंसी में अंडाणु गर्भाशय की बजाय फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय, गर्भाशय ग्रीवा या पेट की गुहा में ही चिपक जाता है और यहीं बढ़ना शुरू करता है। यह एक असामान्य स्थिति है जिसे समय रहते…

Read More

आज के समय में थायराइड की समस्या आम होती जा रही है, खासकर महिलाओं में। यह एक हार्मोनल स्थिति है जो शरीर की कई प्रक्रियाओं को प्रभावित करती है, जिसमें यौन जीवन भी शामिल है। थायराइड ग्रंथि गर्दन में स्थित होती है और यह थायरोक्सिन नामक हार्मोन बनाती है जो ऊर्जा, मेटाबॉलिज्म और शरीर की कार्यप्रणाली को नियंत्रित करता है। जब यह ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती, तो हाइपोथायरायडिज्म (कम सक्रियता) या हाइपरथायरायडिज्म (अत्यधिक सक्रियता) हो सकता है, जिसका प्रभाव संपूर्ण जीवनशैली पर पड़ता है। थायराइड का महिलाओं की यौन इच्छा पर असर थायराइड हार्मोन का असंतुलन यौन स्वास्थ्य…

Read More

High blood pressure during pregnancy, also known as gestational hypertension, can affect both the mother and the baby. While genetics, physical inactivity, and excess body weight are contributing factors, dietary habits also play a significant role. Health experts continue to explore the relationship between pregnancy-related hypertension and nutrition, but several guidelines are already in place to support better maternal health outcomes. Understanding the Role of Diet in Blood Pressure Consuming excessive amounts of sodium is one of the primary triggers for elevated blood pressure. Processed and packaged foods often contain hidden salts, making it important to be mindful of daily…

Read More

Maintaining a well-balanced diet is a key factor in supporting male fertility. The quality of sperm—its movement, shape, count, and DNA structure—is highly influenced by what men consume daily. Men often overlook their diet when planning for a family, but what they eat can have a strong impact on fertility outcomes. Below is a simplified and professional breakdown of which foods to include and avoid to support reproductive health. Foods That Support Male Reproductive Health 1. NutsAdding a variety of nuts to your diet, such as almonds, walnuts, cashews, hazelnuts, and pistachios, can support sperm health. Walnuts in particular are…

Read More

गर्भधारण की कोशिश कर रहे दंपतियों के लिए आहार का सही चुनाव बेहद अहम होता है। हाल ही में हुए एक शोध में पाया गया है कि मेडिटेरेनियन डाइट, जो कि एक पौधों पर आधारित आहार है, प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में मददगार हो सकती है। यह डाइट शरीर में सूजन को कम करने में सहायक मानी जाती है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों की फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकती है। मेडिटेरेनियन डाइट क्या है? मेडिटेरेनियन डाइट में मुख्य रूप से फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, मेवे, जैतून का तेल, और जड़ी-बूटियां शामिल होती हैं। इसमें मछली और मुर्गी…

Read More

Fertility concerns have become more common in recent times, affecting both men and women equally. Many factors such as lifestyle, food habits, stress, and hormonal imbalances can influence reproductive health. Fortunately, some initial fertility assessments can be done at home to help individuals understand their reproductive well-being better. Here’s a simplified guide to help you navigate through the process of checking fertility at home. Fertility Indicators in Women The first step is to monitor your menstrual cycle. A healthy cycle typically occurs every 25 to 35 days and lasts for about 4 to 7 days. Here are some questions to…

Read More

संभोग के दौरान दर्द किसी भी व्यक्ति के लिए एक गंभीर समस्या हो सकती है। यह शरीर का एक संकेत है कि कुछ ठीक नहीं है। हालांकि, यह बांझपन से सीधे जुड़ा नहीं हो सकता, फिर भी इसका इलाज करवाना जरूरी है। दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। संभोग के दौरान दर्द के कारण संभोग के दौरान दर्द के कई कारण हो सकते हैं। यह शारीरिक या मानसिक कारणों से उत्पन्न हो सकता है। शारीरिक कारणों में योनि में सूखापन, संक्रमण, या सूजन शामिल हो सकती है, जबकि मानसिक कारणों…

Read More

गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव महिलाओं को बैक्टीरियल वेजिनोसिस (BV) के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकते हैं। यह एक सामान्य योनि संक्रमण है, जिसमें योनि में मौजूद सामान्य और लाभदायक बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है और हानिकारक बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाती है। यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह समय से पहले प्रसव या बच्चे के कम वजन से जन्म लेने का कारण बन सकता है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षणहर महिला में इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते, लेकिन कुछ आम लक्षण इस प्रकार हैं: जोखिम बढ़ाने वाले कारणकुछ कारण योनि की…

Read More

पुरुष बांझपन एक ऐसा विषय है जिसके बारे में बहुत कम बात की जाती है, जबकि यह दुनिया भर में कई पुरुषों को प्रभावित करता है। यह तब होता है जब कोई पुरुष प्रजनन में असमर्थ होता है यानी वह किसी स्वस्थ महिला को गर्भवती नहीं कर पाता। कुल बांझपन मामलों में लगभग 30-50% हिस्सेदारी पुरुषों की होती है। पुरुष बांझपन क्या है? यह समस्या मुख्य रूप से तीन वर्गों में बांटी जा सकती है: शुक्राणु उत्पादन में समस्याएं, शुक्राणु के स्थानांतरण में बाधाएं और जीवनशैली या पर्यावरण से जुड़ी समस्याएं। शुक्राणु उत्पादन की समस्याएं यह सबसे सामान्य कारणों में…

Read More

किसी भी रिश्ते में भावनात्मक और शारीरिक जुड़ाव का संतुलन बेहद अहम होता है। अक्सर जोड़े यह सोचते हैं कि क्या वे पर्याप्त शारीरिक संबंध बना रहे हैं या नहीं। इस विषय पर बात करना पूरी तरह सामान्य है और यह आपके रिश्ते को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। औसतन कितनी बार शारीरिक संबंध जरूरी हैं एक अध्ययन के अनुसार, खुशहाल और संतुलित रिश्ते के लिए सप्ताह में एक बार शारीरिक संबंध बनाना पर्याप्त माना गया है। इसका मतलब है कि एक साल में लगभग 51 बार ऐसा होना चाहिए। यह आंकड़ा आम जीवनशैली और व्यस्त दिनचर्या को…

Read More